वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय, भारत सरकार ने चीन से डेकोर पेपर के आयात पर एंटी-डंपिंग जांच शुरू की है। आईटीसी लिमिटेड द्वारा दायर आवेदन के बाद यह पहल की गई है। कंपनी ने एक अर्जी दाखिल की थी जिसमें आरोप लगाया गया था कि चीन से हो रहे डेकोर पेपर के डंपिंग इम्पोर्ट के कारण घरेलू उद्योग को चोट पहुंच रही है। उन्होंने चीन से इसके आयात पर एंटी डंपिंग ड्यूटी लगाने का अनुरोध किया है।
दरअसल डेकोर पेपर, एचपीएल और एलपीएल के लिए विभिन्न मोटाई के डेकोरेटिव बेस पेपर है जैसे कि ‘‘40-130 जीएसएम वाले अनकोटेड पेपर जो रील के रूप में होते है और टाइटेनियम डाइऑक्साइड से युक्त या फिलर के लिए पिग्मेंट के रूप में होते है। ये एचपीएल या एलपीएल डेकोरेटिव लैमिनेट के लिए बेस पेपर होते है, जिसे डेकोरेटिव बेस पेपर, एचपीएल या एलपीएल के डेकोरेटिव पेपर, कोटिंग बेस पेपर और प्रिंट बेस पेपर के रूप में भी जाना जाता है, प्रिंटेड डेकोर पेपर को छोड़ कर। इस उत्पाद कटेगरी में विभिन्न प्रकार के डेकोरेटिव पेपर भी शामिल हैं, जैसे कि सरफेसिंग पेपर (वाइट/ऑफ-व्हाइट), लाइनर (व्हाइट/ऑफ-व्हाइट), बैरियर पेपर, शटरिंग बेस, ओवरले पेपर और प्रिंट बेस पेपर (कलर/वाइट) आदि।
आईटीसी लिमिटेड ने दावा किया है कि चीन से निर्यात होने वाले और घरेलू उद्योग द्वारा तैयार उत्पाद के बीच कोई अंतर नहीं है। कंपनी ने कहा दोनों तकनीकी रूप से और व्यावसायिक रूप से एक ही प्रोडक्ट होते हैं इसलिए, नियमों के तहत एक सामान उत्पाद माना जाना चाहिए और इसके आयात को लेकर जांच की आवश्यकता है।
डिजीटीआर ने आयातकों, इलमा और प्रिंटेड डेकोर पेपर को एक नोटिस जारी किया और जांच में भाग लेने के लिए कहा है। प्राधिकरण ने कहा है कि यदि वे चाहते हैं तो अपने हितों की रक्षा कर सकते हैं और निष्पक्ष निर्णय लेने के लिए प्राधिकरण की सहायता कर सकते हैं। कोई भी अन्य इच्छुक पार्टी नोटिस की प्राप्ति से 30 दिनों के भीतर निर्धारित प्रपत्र और तरीके से जांच के लिए अपना पक्ष रख सकते है और जांच को प्रासंगिक बना सकते हैं।
प्लाई रिपोर्टर अगले अंक में भारतीय उद्योग, डेकोर पेपर प्रिंटर, लैमिनेट उत्पादकों और आवेदक (आईटीसी लिमिटेड) के विचारों के साथ चीन से डेकोरेटिव पेपर के आयात पर एंटी डंपिंग ड्यूटी के प्रभाव पर व्यापक रिपोर्ट प्रकाशित करेगा। आप अपना विचार हम plyreporter@plyreporter.com पर लिख सकते हैं।