दिसंबर 2020 को समाप्त तिमाही में स्टाईलैम इंडस्ट्रीज का शुद्ध लाभ 34.73 फीसदी बढ़कर 12.53 करोड़ रुपये हो गया, जबकि दिसंबर 2019 में समाप्त पिछली तिमाही के दौरान 9.30 करोड़ रुपये था। दिसंबर 2020 की तिमाही में ऑपरेशनल रेवेनुए 2.19 फीसदी घटकर 124.05 करोड़ रुपये रहा, जबकि दिसंबर 2019 को समाप्त पिछली तिमाही के दौरान 126.83 करोड़ रु था।
स्टाईलैम इंडस्ट्रीज लिमिटेड के प्रबंध निदेशक श्री जगदीश गुप्ता ने कहा कि स्टाईलैम का फोकस हमेशा तकनीकी रूप से उन्नत उत्पादों को विकसित करने और वैश्विक बाजार के साथ साथ बिल्डिंग मेटेरियल इंडस्ट्री में बदलाव लाने के लिए अनुसंधान और विकास कार्य पर रहता है। हमने हाल ही में कुछ प्रमुख मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी शुरू की हैं, इसलिए हमारा पहला उद्देश्य पूर्ण क्षमता उपयोग और उत्पाद को बाजार में स्थापित करना है। एक ग्रोइंग कंपनी होने के नाते, हम अन्य प्रोडक्ट रेंज भी लाने की योजना बना रहे हैं।
स्टाईलैम में, गुणवत्ता और इनोवेशन पर हमेशा ध्यान दिया गया हैं। आज वैश्विक मानकों का पालन एक जरूरत होने के बजाए एक फिलॉसफी बन गया है। स्टाईलैम शुरू से ही व्यापार में एक अटूट विश्वास पैदा किया है। अत्याधुनिक उत्पादन सुविधाओं से लैस हरियाणा स्थित कंपनी लगातार बेंचमार्क स्थापित कर रही है। इनकी उत्पादन क्षमता सालाना लगभग 14.3 मिलियन शीट है और इनकी नवीनतम लेमिनेट मैन्युफैक्चरिंग यूनिट एशिया में सबसे बड़ी है।
स्टाईलैम का भारत में माॅर्डन यूरोपीयन फैसेलिटी हैं जो शुद्ध एक्रिलिक सॉलिड सरफेस बनाती हैं। उन्होंनेमॉडिफाइड सॉलिड सरफेस के लिए यूरोपियन प्लांट भी स्थापित किया है। हाल ही में उन्होंने एंटी-फिंगर और हाई ग्लॉस दोनों फिनिश में प्री-लैम बोर्ड बनाने के लिए पूर्ण स्वचालित शॉर्ट साइकिल प्रेस की शुरुआत की। वेदुनिया की पहली अत्याधुनिक हॉट कोटिंग मशीन लेक आए हैं जिसमें अत्याधुनिक जर्मन तकनीक से एंटी फिंगरप्रिंट लेमिनेट बनाए जाते हैं।