प्लाई-लैम में उत्पादन क्षमता बढ़ोतरी का दौर जारी

person access_time   3 Min Read 02 July 2021

भारतीय प्लाइवुड पैनल और डेकोरेटिव लेमिनेट मैन्युफैक्चरिंग के ग्रोथ पर महामारी का अधिक प्रभाव नहीं पड़ा प्रतित होता है। प्लाई रिपोर्टर के अध्ययन के अनुसार प्लाइवुड और अन्य पैनल प्रोडक्ट मैन्युफैक्चरर्स महामारी के दौरान भी सक्रिय रहे और काम करते रहे। कई प्रमुख उत्पादक और कंपनियां नई लाइनें स्थापित कर मैन्युफैक्चरिंग कैपेसिटी ऐडिशन की योजना पर काम करते हुए आगे बढ़ रही हैं। ग्रीनप्लाई, सेंचुरी प्लाई, ऑस्टिन प्लाइवुड, एक्शन टेसा, मेरिनो, ग्रीनलैम, विर्गो, रुशिल डेकॉर आदि जैसे ब्रांड के साथ-साथ दो दर्जन मिड सेगमेंट प्लाइवुड ब्रांड नए प्लांट लगाकर अपनी उत्पादन क्षमता विस्तार कर रही हैं। यहां तक कि छोटी इकाइयां भी विस्तार कर रही हैं और 2021 में आधुनिक मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी स्थापित कर रही हैं। ऐसी खबरें हैं कि लेमिनेट प्लेयर्स भी बड़े धमाके के साथ प्लाइवुड मैन्युफैक्चरिंग में उतर रहे हैं।

रिपोर्ट के अनुसार, ग्रीनप्लाई उत्तर प्रदेश में एक नया प्लाइवुड मैन्युफैक्चरिंग प्लांट लगा रही है, जबकि सेंचुरी प्लाई ने पंजाब में अपनी प्लाइवुड क्षमता में विस्तार की घोषणा की है। मीडियम सेगमेंट के एक दर्जन प्लाइवुड ब्रांड उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और गुजरात में अपनी प्लाइवुड मैन्युफैक्चरिंग में क्षमता विस्तार कर रहे हैं। रिपोर्ट के अनुसार, वर्तमान विस्तार अभियान को देखते हुए 2022 में भारतीय प्लाइवुड मैन्युफैक्चरिंग कैपेसिटी में 25 फीसदी वृद्धि होने की उम्मीद है।

इस साल हरियाणा और उत्तर प्रदेश में शटरिंग प्लाइवुड सेक्टर में भी कैपेसिटी एक्सपैंशन की संभावना है। इस सेक्टर में पिछले दो वर्षों में 20 से अधिक डेलाइट प्रेस के 2 दर्जन से अधिक प्रेस लगे हैं और क्षमता विस्तार के साथ उत्तर भारत में 25-30 डेलाइट के एक दर्जन नए प्रेस लगने वाली हैं। उद्योग से प्राप्त जानकारी के अनुसार, शटरिंग प्लाइवुड सेक्टर में भी वर्ष 2022 तक 25 फीसदी क्षमता वृद्धि होने की उम्मीद है। हाई प्रेसर लेमिनेट केटेगरी में भी कैपेसिटी एक्सपेंशन जारी है क्योंकि एक दर्जन नए प्लेयर्स मैन्युफैक्चरिंग में उतर रहे हैं और कई मौजूदा उत्पादक विस्तार कर रहे हैं। रिपोर्ट के अनुसार, उत्तर भारत में 8 नए मैन्युफैक्चरिंग प्लांट में सिविल कंस्ट्रक्शन वर्क और मशीनरी इंस्टालेशन शुरू कर दी गई है जबकि गुजरात और देश के अन्य भागों से 4 मशीनरी इंस्टालेशन की खबर है। 2022 तक भारतीय एचपीएल सेक्टर में 15 फीसदी कुल क्षमता वृद्धि का अनुमान है।

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