इम्पोर्टेड ‘थिन एमडीएफ’ पर नहीं लगेगी एंटी डंपिंग ड्यूटी

person access_time3 05 September 2021

भारतीय वित्त मंत्रालय ने वियतनाम, मलेशिया, थाईलैंड और इंडोनेशिया से आयातित 6 मिमी से कम मोटाई वाले कई प्रकार के एमडीएफ बोर्ड पर एंटी डंपिंग ड्यूटी नहीं लगाने का फैसला किया है। भारतीय वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के डायरेक्ट्रेट जेनरल ऑफ ट्रेड रीमेडीएस ने अप्रैल 2020 के मामले की जांच शुरू की थी और जांच के बाद, अप्रैल 2021 में एंटी डंपिंग ड्यूटी लगाने की सिफारिश की थी, लेकिन इसके बाद वित्त मंत्रालय द्वारा इस पर पूछताछ की गई। आयातकों और उपयोगकर्ता उद्योग की आपत्तियों पर विचार करते हुए वित्त मंत्रालय ने वियतनाम, मलेशिया, थाईलैंड और इंडोनेशिया पर एंटी डंपिंग ड्यूटी नहीं लगाने का फैसला किया है।

इसकी पहल के लिए ग्रीनपैनल इंडस्ट्रीज लिमिटेड, सेंचुरी प्लाईबोर्ड्स (इंडिया) लिमिटेड और रुशिल डेकॉर लिमिटेड द्वारा अनुरोध किया गया था। उन्होंने आयात पर शुल्क लगाने के लिए एक आवेदन दायर किया था। इस पर कार्रवाई करते हुए, डीजीटीआर ने घरेलू उद्योग द्वारा सब्सिडी मार्जिन और घाटे के बराबर शुल्क लगाने की सिफारिश की थी। उन्होंने अपनी जांच में पाया कि इन देशों से सस्ते आयात से घरेलू उद्योग को घाटा उठाना पड़ता है क्योंकि आयात की मात्रा काफी अधिक है।

अभी लगभग 6 कंपनियां थिन एमडीएफ का उत्पादन कर रही हैं, और बड़ी मात्रा में घरेलू जरूरतों को पूरा कर रही हैं। प्रस्तुत आंकड़ों के अनुसार, घरेलू उद्योग के पास थिन एमडीएफ की घरेलू जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त उत्पादन क्षमता है। इसके अलावा कई नई कंपनियां भी इस केटेगरी में आ रही हैं, जबकि मौजूदा कंपनियां अपनी उत्पादन क्षमता का विस्तार कर रही हैं।

You may also like to read

shareShare article
×
×