लूवर्स पैनल - जो अब बाजार में चारकोल पैनल के बाद काफी ज्यादा तेजी से उभरता सबसे नया उत्पाद हैं। जिस तरह से चारकोल पैनल एक आम डेकोरेटिव आइटम बन गया और अब कई लोगों इसका आयात कर रहे है, लगता है अब लूवर्स पैनलों के साथ भी ऐसा ही हो रहा है।
बाजार में फोल्डर की बाढ़ है, जिसके चलते लूवर्स मार्केट में गला काट प्रतियोगिता होने की खबर है, जिसके परिणामस्वरूप इसके स्टैण्डर्ड साइज 8 फीट ग् 5 इंच की शीट की कीमतें 400 रूपए पर पहंुच गई है। प्लाई रिपोर्टर टीम के हालिया सर्वे में पाया गया है कि 50 मार्केटिंग और मैन्युफैक्चरिंग हाउस इस उत्पाद को लूवर्स /राफ्टर/चार्को पैनल्स के नाम से पेश कर रहे हैं। लूवर्स भारतीय बाजार में एक नया और ताजा उत्पाद है। कहा जाता है कि लूवर्स पैनल ने केवल 2 वर्षों के छोटे से समय में बड़ी ग्रोथ हासिल की है। इसकी स्वीकृति और मांग बहुत अधिक है। यदि आप अन्य हाइलाइटर्स और डेकोरेटिव पैनल्स के साथ तुलना करें, तो भारत के बाजार में थोड़े समय में ही इसके 200 से अधिक फोल्डर हैं, जिनमें विभिन्न रेंज के लूवर्स और राफ्टर शामिल हैं। मांग में रोमांचक वृद्धि के कारण, भारत में कई कंपनियों ने लूवर्स मैन्युफैक्चरिंग शुरू कर दी है, और रिपोर्ट बताती है कि 6 इकाइयों ने घरेलू स्तर पर लूवर्स बनाना शुरू कर दिया है, जिनके मेक इन इंडिया की टैगलाइन के साथ बाजार में 25 फोल्डर उपलब्ध हैं। उनका दावा है कि वे भारतीय यूनिटों से ही मेटेरियल हासिल करते हैं, और अपने स्वयं के ब्रांड और कैटलॉग बनाते हैं।
भारतीय बाजार में इस कटेगरी में यूरो प्रतीक, ग्लोरियो, सरफेस डेकॉर, ब्राविया, ई3 क्लैड्स, अंचाऊ, लेमिनेक्स, सिसकॉन, रंग, बॉम्बे डेकोरेटिव्स, मार्कोपोलो, ट्रेंड आदि कई ब्रांड हैं। यूरो प्रतीक को इस उत्पाद को लाने का श्रेय दिया जाता है जो भारत में पहली बार इसे पेश किया और उनके पास इसके सबसे बृहद रेंज है। लूवर्स शुरू से 8 फुट ग 5 इंच आकार में उपलब्ध हैं लेकिन कई ब्रांड 9 फुट में भी पेशकश कर रहे हैं। इसे वाल पैनल पर क्विक इन्स्टालेशन किया जाता है। इसकी सुंदरता यूजर को आकर्षित करता है, और शहरी घरों में इसका एप्लिकेशन तेजी से बढ़ रहा हैं।