ेकोरेटिव पैनल और हाइलाइटर्स सेगमेंट ने पिछले 10 वर्षों में व्यापार में भारी बदलाव लाए हैं, जिससे डेकोरेटिव पैनल की प्रासंगिकता अत्यधिक बढ़ गई है। लोग हाइलाइटर्स, डिजाइनर पैनलों के लिए अधिक उत्सुक रहते हैं और वे इस महामारी में भी इसे पसंद कर रहे हैं, क्योंकि यह एक प्री-फिनिश्ड प्रोडक्ट है। पिछले 5 वर्षों में, शोरूम डिस्प्ले का चलन तेजी से बढ़ा और यह लोग को काफी पसंद भी आ रहा है। बढ़ती डिमांड को देखते इसमें काफी स्कोप होने के चलते ट्रेडर्स और कम्पनियों ने इसमें बहुत अधिक निवेश किया है।
कोविड-19 के कारण कई रिटेलर्स को यह डर था कि ग्राहक शोरूम में आने में संकोच करेंगे, लेकिन यह गलत साबित हुआ, और ग्राहक, आर्किटेक्ट और इंटीरियर डिजाइनर सभी अक्सर शोरूम विजिट कर रहे हैं। इससे यह स्पष्ट हो जाता है कि डकोरेटिव रिटेल शॉप का महत्व कोविड के बाद भी रहेगा। कोविड अनलॉक मंे यह देखा गया कि ग्राहक हर शोरूम पर जा रहे है, और उनकी संख्या काफी अच्छा है।
जानकारों का कहना है कि रिटेलर्स को खुश होना चाहिए कि उनका बेहतर सेवा देने के प्रयासों में एक नया बाजार बनाने के साथ-साथ इसके डिस्प्ले में बहुत अधिक खर्च करने तथा पिछले 10 वर्षों से उनके प्रयास विफल नहीं होंगे। पहले रिटेलरों को डर था कि कोरोना काल में डिजिटल प्लेटफार्म उनके विकल्प के रूप में उभर सकते हैं और खरीददार केवल तभी दुकानों में आएँगे, जब उनके लिए कोई अन्य विकल्प नहीं होगा।
कई प्रमुख रिटेलरों ने लॉकडाउन हटाए जाने के बाद अपने शोरूम में ग्राहको के आने का काफी अच्छा अनुभव प्राप्त किया। 28 जून, 2020 को डेकोरेटिव पैनल उद्योग पर प्लाई रिपोर्टर द्व ारा आयोजित एक वेबिनार के दौरान उनमें से कुछ लोगों की राय व्यक्त की है, जो इस प्रकार है।
मुंबई के प्रमुख इंटीरियर डिजाइनरों में से एक, श्री महेश पंजाबी ने कहा कि बाजार में बहुत सारे डेकोरेटिव पैनल उपलब्ध हैं और वे इतने प्रभावशाली और उत्कृष्ट हैं कि उत्पाद का चयन करने के लिए एक इंटीरियर डिजाइनर कंपनी के प्रबंधक, खुद शोरूम जाकर देखना चाहते हैं और पसंद करते हैं। आज, डेकोरेटिव पैनल उत्पाद इतने समृद्ध हैं कि बिना देखे और दूसरे अन्य विकल्पों से तुलना किए, अंतर का पता नहीं लगाया जा सकता। इसलिए, ऐसा कोई तरीका नहीं है, जिसके द्वारा लक्जरी डेकोरेटिव उत्पाद बाजार में अपनी टच एंड फील की जरूरत महसूस न करें। यह कोविड 19 महामारी के दौरान भी डिजिटल माध्यम से प्रभावित होने वाला नहीं है।
मुबई स्थित सुविनियर के श्री विपुल वोरा ने कहा कि लोगों का मानना था कि काम डिजिटल प्लेटफॉर्म पर चला जाएगा और शोरूम अपना महत्व खो देंगे। लेकिन, हमने बड़ी संख्या में आर्कीटेक्ट्स और इंटीरियर डिजाइनरों को शोरूम में आकर प्रोडक्ट पसंद करते देखा है और इसलिए यह अनुमान हमारे शोरूम में पहले दिन ही पूरी तरह से गलत साबित हो गया। ग्राहक निर्भीक होकर हमेशा की तरह उत्पादों का चयन कर रहे थे। मैं आश्वस्त कर सकता हूं कि यदि ट्रेन पहले की तरह सामान्य रूप से चलने लगेगी और लेवर शहर लौट आएँगे, तो मांग में बड़ा उछाल आएगा और हम इस वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही तक अपने पुराने टारगेट को हासिल करने में सक्षम होंगे।
दिल्ली के प्लाई महल के श्री पंकज कुमार ने कहा कि हम यह मान रहे थे कि ग्राहक शोरूम में नहीं आएंगे और उन्हें बेहतर सेवा देने के लिए, हम पहले से ही ई-कैटलॉग और सैंपल कैटलॉग के साथ तैयार थे, लेकिन परिदृश्य बिलकुल अलग है। अनलॉक के तुरंत बाद, ग्राहक स्टोर में आना शुरू कर दिये। इंटीरियर डिजाइनर और आर्किटेक्ट नियमित रूप से दौरा कर रहे हैं, लेकिन मेटेरियल के फाइनल सिलेक्शन के लिए उनका विजिट कम हो रहा है। इसलिए, उनके लिए, हमारे पास शोरूम में एक लाइव डिस्प्ले है और हमें बिक्री में कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन अगर हम एक सुरक्षित माहौल बनाए रखते हैं, तो वे स्टोर पर जाने में सहज महसूस करेंगे।