डेकोरेटिव इंडस्ट्री का ग्रोथ शोरूम के माध्यम से खुदरा विक्रेताओं पर मुख्य रूप से निर्भर होता है और यह सच है कि वे व्यवसाय के इस सेक्टर के ड्राइवर माने जाते हैं। ये रिटेलर डिस्प्ले और शोरूम में काफी निवेश करते है। इसलिए, कोविड काल में शोरूम के कामकाज की शुरुआत और ग्राहकों के अच्छे फुटफॉल फिर से शुरू होना और सब कुछ सामान्य होने से ट्रेड के लोग काफी खुश और संतुष्ट हैं।
अनलॉक से पहले यह उम्मीद की गई थी कि बिक्री प्रमुख रूप से डिजिटल प्लेटफॉर्म और ऑनलाइन पर निर्भर हो जाएगी, लेकिन ग्राहकों, आर्किटेक्ट और इंटीरियर डिजाइनरों द्वारा शोरूम विजिट करने की सकारात्मक प्रतिक्रिया के साथ, आज लोग नए शोरूम भी खोलने की योजना बना रहे हैं। प्लाई रिपोर्टर का सर्वे में भी यह पता चला है कि पिछले दो महीनों में 200 से अधिक शोरूम खोले जाने की योजना है। उत्तर भारत जैसे दिल्ली, जयपुर में भी कई नए शोरूम खुलने की उम्मीद हैं।
प्लाई रिपोर्टर के सहयोग से यूरो प्रतीक के ऑनलाइन प्रोडक्ट लॉन्चिंग इवेंट के दौरान भारत के डेकोरेटिव उत्पादों के प्रमुख डिस्ट्रीब्यूटरों ने कहा कि देश में बाजार और आर्थिक गतिविधियों की पांच अनलॉकिंग प्रक्रिया में बाजार खुलने के बाद वुड पैनलm और डेकोरेटिव उत्पादों की बिक्री शोरूम में भी होने लगी है। लॉकडाउन के खुलने से पहले लोगों को लग रहा था कि ग्राहक शोरूम में आने से हिचकिचाएंगे, लेकिन दो महीने से अप्रत्याशित रूप से लोगों ने प्रतिक्रिया दी और परिणाम सामने हैं , लेकिन सभी ऐहतियात के साथ लोग बेहिचक शोरूम में आ रहे हैं।
हमने डिस्ट्रीब्यूटरों सवाल किए गए जैसे छह महीने के बाद बाजार का क्या हाल है? प्रोडक्ट सेलेक्शन कैसे चल रहा है, कहीं ये फोन कॉल, व्हाट्सएप, वीडियो कॉल से तो नहीं हो रहा या ग्राहक हमेशा की तरह शोरूम में आ रहे हैं? इन सवालों पर दिल्ली से श्री सुशील अग्रवाल कहते हैं कि अब ग्राहक, इंटीरियर प्रोफेशनल, आर्किटेक्ट सभी शोरूम में आ रहे हैं क्योंकि केवल फोटो देखकर इंटीरियर उत्पादों का चयन नहीं किया जा सकता है। उत्पाद को महसूस किए बिना, सेलेक्शन असंभव है। जैसा कि धीरे धीरे लॉकडाउन खुलने से लोगों में
कोरोना का डर कम हो रहा है, मामलों की घटती संख्या और बढ़ता रिकवरी रेट भी लोगों को घर से बाहर जाने में मददगार साबित हो रही है, इसलिए शोरूम में ग्राहकों का आना जाना बढ़ रहा है।
बैंगलोर स्थित यूरो विनियर वर्ल्ड के श्री मनीष गाला ने माना कि मई में 75 फीसदी ग्राहक ऑनलाइन मोड और फोन कॉल तथा डिजिटल माध्यम से उत्पाद को चुनने और उसे फाइनल करने की कोशिश कर रहे थे। कुछ लोग समझ कर आर्डर भी दे रहे थे, लेकिन उत्पाद को छूकर देखने और महसूस करने के लिए पहले वे अपॉइंटमेंट ले रहे थे और सही समय पर आकर देख रहे थे। वे भीड़ से बचने और सुरक्षा को बनाए रखने के लिए सभी एहतियात बरत रहे थे। लेकिन, अनलॉक 1,2,3,4 के साथ अब ऐसा लगता है कि लगभग 10-15 फीसदी लोग ही शोरूमों में जाने से हिचकिचाते हैं, जो या तो बहुत खास हैं या शोरूम से बहुत दूर रहते हैं, और वे फोटो की मांग करते हैं। कुल मिलाकर सामान्य स्थिति आ गई है और लोग हमेशा की तरह अपना काम कर रहे हैं।
गुजरात के श्री पीयूष थाम्बी का कहना है कि लॉकडाउन के समय की तुलना में व्यापार तेजी से बढ़ रहा है। लोग अब आ रहे हैं लेकिन शोरूम में सुरक्षा, मास्क पहनकर आते है और इस बात की पुष्टि करते हैं कि शोरूम की समय-समय पर उचित रूप से सफाई की जा रही है। लोग अविश्वसनीय रूप से पॉजिटिव है और अब उन्हें कोविड का डर नहीं है। महामारी उनके दिमाग से चली गई है। उत्साह को देखते हुए, हम बहुत जल्द एक नया शोरूम खोलने की तैयारी कर रहे हैं।
रायपुर से श्री रमेश पटेल ने कहा कि इंटीरियर प्रोफेशनल और ग्राहक भी अब शोरूम में आ रहे हैं, लेकिन वे पहले सुनिश्चित करते हैं कि शोरूम में कोई भीड़ न हो, इसलिए वे आने से पहले समय ले लेते हैं। उनमें से कई फोल्डर्स से भी सेलेक्शन कर ले रहे हैं और धीरे-धीरे लोग अपने काम के साथ आगे बढ़ रहे हैं। भोपाल के श्री चेतन पटेल का मानना है कि कारोबार में 75 फीसदी तेजी आई है और धीरे-धीरे बाजार में तेजी से सुधर हो रहा है। आर्किटेक्ट और इंटीरियर डिजाइनर कैटलॉग का उपयोग करके अपने कार्यालय से ही 50 फीसदी मेटेरियल का चयन कर ले रहे हैं यदि उन्हें अलग से जरूरत होती है तो हम कैटलॉग को सभी सुरक्षा मानकों के साथ उनकी साइट पर भी भिजवाते हैं।
चेन्नई के श्री विनय सेठिया का कहना है कि आर्किटेक्ट मेटेरियल के चयन के लिए विशेष रूप से शोरूम का दौरा करते हैं और वे जिस तरह दुल्हन को देखने के लिए समय और सभी इंतजाम किया जाता है उसी तरह सभी सुरक्षा मानकों की पुष्टि करने के बाद आना पसंद करते हैं। उत्पाद के सेलेक्शन के लिए वे निश्चित रूप से कम से काम एक बार जरूर आते हैं। यूरो प्रतीक के कासा रेंज के लॉन्च करने के बाद हमें बहुत उम्मीद है कि बहुत सारे आर्किटेक्ट और इंटीरियर डिजाइनर हमारे शोरूम में आएंगे और हमारी बिक्री भी बढ़ेगी।
पंजाब के श्री बिरजोत सिंह का कहना है कि जब कोविड शुरू हुआ था तो इसमें कोई शक नहीं कि सभी के मन में कुछ नकारात्मकता थी। लेकिन, प्लाई रिपोर्टर की पहल और नियमित रूप से ऑनलाइन चर्चा से सभी को ऊर्जा मिलती है और सभी इससे लाभान्वित होते हैं। प्लस पॉइंट यह है कि विंडो शॉपिंग का दौर खत्म हो गया है और आज केवल सही ग्राहक ही शोरूम में आ रहे हैं। मेरी राय में आज जिनके पास स्टॉक हैं और अच्छे उत्पाद दे रहे हैं वे फायदा उठा रहे हैं। हमने कोविड के पहले की बिक्री का स्तर प्राप्त कर लिया है, आज हमें अपने स्टॉक और अच्छी सर्विस के साथ संगठित रूप से काम करने का लाभ मिल रहा है। इस महत्वपूर्ण समय में हमें डिजिटल मार्केटिंग को भी अपनाना होगा। पीडीएफ और कैटलॉग भी उत्पाद लॉन्च करने के तुरंत बाद हमारे पास आ जाते है और यह डिस्ट्रीब्यूटरों और आर्किटेक्ट को भी सहायता करता है। सहायता के लिए डिजिटल अच्छा है लेकिन फाइनल सेलेक्शन ग्राहकों द्वारा शोरूम में जाकर और उत्पाद की वास्तविक उपस्थिति के साथ टच और फील करने के बाद ही हो रहा है।
कानपुर के श्री अनहद राजपाल कहते हैं कि हम मेटेरियल के सेलेक्शन के लिए फोल्डर ऑनसाइट भी प्रदान करते हैं और कभी-कभी उत्पादों को देखने, छूने और महसूस करने के लिए और उस पर बैकलाइट्स का निरीक्षण करने के लिए आर्किटेक्ट्स और इंटीरियर डिजाइनर भी शोरूम में आते हैं। कोविड का डर कम हुआ है।
देवांशी लेमिनेट्स के श्री प्रशांत का कहना है कि अब लॉकडाउन के बाद वाली नकारात्मकता बहुत कम हो गई है और हम कोविड के पहले के स्तर स्तर का लगभग 70 फीसदी तक कारोबार में वापस आ गए हैं। कई आर्किटेक्ट, इंटीरियर डिजाइनर और ग्राहक काफी हद तक शोरूम आने लगे हैं। मुम्बई के श्री प्रतीक जैन का कहना है कि चूंकि मुंबई कोविड और लगातार लॉकडाउन से प्रभावित था, दूसरी बात यह है कि मुम्बई की लाइफ लाइन लोकल ट्रेन है जो आज तक पटरी पर नहीं आई है, इसलिए बिक्री में थोड़ा कसर है या अगर तुलना की जाए तो जून महीने के मुकाबले हमारा 50-60 फीसदी काम फिर से शुरू हो गया है और मुझे उम्मीद है कि एक या दो महीने में हम कामकाज में पूरी तरह वापसी कर लेंगे।