भारी बारिश से हैदराबाद के प्लाइवुड दुकानदारों का काफी नुकसान

person access_time3 19 October 2020

हैदराबाद और इसके बाहरी इलाकों में अप्रत्याशित रूप से तेज बारिश होने की वजह से बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई, जिसके चलते कई प्लाइवुड, लेमिनेट और पैनल प्रोडक्ट के गोदामों में पानी भर गया, जिससे व्यापार को काफी नुकसान पहुंचने की खबर है। बताया जा रहा है कि बारिश की निरंतरता से झीलें भर गई, और जल जमाव की वजह से सड़कों और निचले इलाकों में बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई। एक अनुमान के मुताबिक, वुड पैनल व डेकोरेटिव इंडस्ट्री के उधमियों और व्यापारियों को करोड़ों रूपये का नुकसान हुआ है। हालांकि हैदराबाद के घोशामहल में प्लाइवुड, विनियर और लेमिनेट के लगभग 500 सौ दुकानों में से कुछ में ही नुकसान हुआ है, क्योंकि यह इलाका उंचाई पर स्थित है। 

हैदराबाद स्थित भंडारी एजेंसीज के श्री हेमराज जैन ने बताया कि कुछ इलाकों में पानी रूक गया और लगातार बारिश होने से माल काफी खराब हो गया। कोविड के बाद व्यापार अच्छी रिकवरी पर थी, लेकिन इस बारिश से बड़ा नुकसान हुआ है और व्यापार भी ठप पड़ गया। मौसम विभाग ने आगे भी एलर्ट जारी किया है इसलिए और नुकसान होने की आशंका है। हैदराबाद स्थित साई लैमिनार्ट के प्रोप्राइटर संजय अग्रवाल ने कहा कि व्यापार जो लाॅकडाउन के खुलने के बाद़ धीरे धीरे रफ्तार पकड़ रही थी और पहले वाली स्थिति में पहुंच गई थी, जिस पर ग्रहण लग गया। जिन रिटेलर और डीलर का गोदाम नीचले इलाकों में है, उनको काफी नुकसान हुआ है। जिन दुकानदारों को बीमा नहीं हैं, उन्हें भारी कीमत चुकानी होगी।

तेलंगाना प्लाइवुड, लेमिनेट एंड ग्लास एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री सतीश रेड्डी ने बताया कि लगातार बारिश से गोदामों में पानी भर गया, जिससे काफी नुकसान हुआ है। एक अनुमान के मुताबिक क्षेत्र में 2000 डीलर्स, डिस्ट्रीब्यूटर्स और रिटेल हैं, जिनमें से लगभग 10 से 15 फीसदी लोगों के गोदामों में नुकसान होने का अनुमान है। एक व्यापारी के डेकोरेटिव विनियर की सभी सीटें लगभग 5 फिट पानी में डूब गया। इस प्रकार लगभग 25 से 30 गोदामों में भारी नुकसान हुआ है साथ ही कई रिटेलर के दुकानों और शोरूम में भी पानी भर गया। फैक्ट्रियों में पानी भर जाने से मशीनों और कच्चे माल का नुकसान हुआ है। हैदराबाद के आस पास के काफी झीलें है जो बारिश की बजह से भर गई, सड़कों पर तेजी से पानी बहने लगा और बाढ़ जैसी स्थित पैदा हो गई ।  

You may also like to read

shareShare article
×
×