एडेसिव के लोकप्रिय ब्रांड फेविकोल के निर्माता पिडिलाइट इंडस्ट्रीज ने 2,100 करोड़ रुपये में अमेरिका स्थित हंट्समैन ग्रुप की भारतीय सहायक कंपनी का अधिग्रहण करने पर सहमति जताई है। हंट्समैन देश में 100 प्रतिशत सहायक कंपनी- हंट्समैन एडवांस्ड मेटेरियल्स सॉल्यूशंस का संचालन करता है - जो सीधे फेविकोल के साथ प्रतिस्पर्धा करता है। यह देश में एरल्डाइट, एरल्डाइट कारपेंटर और ऐरासिल जैसे ब्रांडों के माध्यम से एडहेसिव, सीलेंट और अन्य उत्पादों का निर्माण और बिक्री करता है।
पिडिलाइट इंडस्ट्रीज ने एक बयान में कहा,‘‘हमने यूएस-स्थित हंट्समैन ग्रुप की भारत शाखा हंट्समैन एडवांस्ड मटेरियल्स सॉल्यूशंस के उपभोक्ता और बाजार व्यवसाय खरीदने के लिए 2100 करोड़ रूपए का एक डिफिनिटिव अग्रीमेंट किया है। इस नकद कंसीड्रेशन में वर्किंग कैपिटल और अन्य एडजस्टमेंट को छोड़कर लेन-देन के समापन से पहले कुछ पूर्व शर्तें पूरी की गई। समझौते पर हाल ही में हस्ताक्षर किए गए। बयान में कहा गया है कि इस सौदे में मध्य पूर्व, अफ्रीका और आसियान देशों के ट्रेडमार्क लाइसेंस के अलावा कंपनी का भारतीय उपमहाद्वीप का कारोबार भी शामिल है।
ज्ञातव्य है कि फेविकोल यहां लाखों लोगों के लिए एडहेसिव का पर्याय है। इसके अन्य प्रमुख ब्रांडों में एमसील, फेवीक्विक, फेविस्टिक, रोफ्फ, डाक्टर फिक्सइट, फेविक्रील, मोटोमैक्स और हॉबी आइडियाज शामिल हैं। हंट्समैन को यहां अपने संचालन से 2019 में लगभग 400 करोड़ रुपये का राजस्व मिला था। हंट्समैन ग्रुप कई अलग अलग कार्बनिक केमिकल प्रोडक्ट का एक प्रमुख वैश्विक उत्पादक है। सौदे के तहत, हंट्समैन ग्रुप लगभग 90 प्रतिशत नगद प्राप्त होगा और 18 महीनों के भीतर बाकी 10 प्रतिशत दिया जाएगा, यदि व्यवसाय 2019 की सेल्स रेवेन्यू हासिल करता है।
पिडिलाइट के प्रबंध निदेशक, भरत पुरी ने कहा, ‘‘इस अधिग्रहण के साथ, एरल्डाइट हमारे एडहेसिव और सीलेंट के पहले से ही बहुत मजबूत पोर्टफोलियो को शामिल होगा और हमारे रिटेल पोर्टफोलियो का सहायक होगा। हमें विश्वास है कि यह अधिग्रहण महत्वपूर्ण शेयरधारक मूल्य पैदा करेगा। पिडिलाइट के एक कार्यकारी निदेशक अपूर्वा पारेख ने कहा कि एरल्डाइट एक प्रतिष्ठित ब्रांड है और देश में एपॉक्सी एडहेसिव में मार्केट लीडर है।