मेलामाईन, इंडस्ट्रियल यूरिया और फिनॉल जैसे कच्चे माल की कीमतों में भारी वृद्धि ने एचपीएल निर्माताओं को बुरी तरह प्रभावित किया है। कच्चे माल की कीमतों में वृद्धि को अपनाने के लिए बाजार/वितरक/डीलर तैयार नहीं हैं। इम्प्रेग्नेशन के लिए एचआर इंडस्ट्रीज द्वारा पेश की गई, नई तकनीक ऐसी स्थिति में शीट की लागत कम करने में मदद करेगी।
एचआर इंडस्ट्रीज के एमडी श्री हितेश रूपारेल नें कहा कि इम्प्रेग्नेशन तकनीक के लीडर एचआर इंडस्ट्रीज ने टू स्टेज वाले इम्प्रेग्नेशन तकनीक लांच की है, जो एचपीएल कॉस्ट 20 रूपए प्रति शीट कम कर सकता है। उन्होंने आगे बताया कि यूएफ/एमएफ रेजिन के मिश्रण का उपयोग करना ठीक नहीं है, इसमें यूएफ रेजिन डिजाइन पेपर के सरफेस पर आ जाता है और लेमिनेट की सरफेस क्वालिटी को खराब करता है।
डिपिंग और कोटिंग तकनीक काफी प्रचलित और किफायती है और दुनिया भर में अपनाई जाती है। यह मशीन उपयोगकर्ता के अनुकूल और चलाने में काफी आसान है। एचआर इंडस्ट्रीज भारतीय बाजार में अपनी सभी मशीनों, नए इनोवेशन और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में लेटेस्ट ट्रेंड प्रस्तुत करती है, जिसे उद्योग अपना सकता है। इसके माध्यम से तीनों क्षेत्र के उद्योग जैसे एचपीएल, प्री-लैमिनेट बोर्ड और प्लाइवुड उद्योग अपने ऑफरिंग में कुछ वैल्यू एडिशन कर सकते हैं।