रिकॉन फेस प्लाइवुड बनाने का चलन बढ़ा

person access_time3 13 August 2021

पिछले 5-6 वर्षों से ओईएम के बीच प्लाइवुड की खपत में वृद्धि देखी जा रही है, जिसके चलते 16 मिमी कैलिब्रेटेड प्लाइवुड की मांग को मदद मिल रही है, लेकिन यह स्पष्ट है कि भारतीय प्लाइवुड मैन्युफैक्चरिंग ब्रांड दावा करते हैं कि उन्हें इस उत्पाद में स्थायी मार्जिन नहीं मिलता है जिसके चलते भारतीय बाजार में रिकॉन फेस विनियर प्लाइवुड की पेशकश बढ़ी है।

 

होशियारपुर, पंजाब स्थित सावित्री वुड्स पहली भारतीय प्लाइवुड कंपनी है, जिसने इस उत्पाद को भारतीय बाजार में लांच किया है और उन्हें यूजर से बहुत अच्छी प्रतिक्रिया मिली है। रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी को ओईएम से बहुत अच्छे ऑर्डर मिले हैं क्योंकि यह कैलिब्रेटेड है और किफायती प्राइस पर उपलब्ध है।

प्लाई रिपोर्टर ने इस उत्पाद को लेकर कई ओईएम के बीच एक सर्वे किया और पाया कि वे क्वालिटी और कीमत से बहुत संतुष्ट हैं और इस उत्पाद को इसके लुक और सरफेस फिनिश के कारण आयातित बर्च प्लाइवुड के प्रतिस्थापन के रूप में देखते हैं।

 

इस उत्पाद की सफलता ने कई प्लाइवुड ब्रा ंड को आकर्षित किया है और रिपोर्ट के अनुसार 6-7 नए ब्रा ंड ने मा ंग को प ूरा करने के लिए बाजार मे ं इस तरह की रे ंज पेश की है। सबुरी प्लाई, रियल प्लाई, भ ूटान टफ, मैग्नस प्लाई आदि ब्रा ंड ने ऐसे उत्पाद पेश किए है ं और उन्हे ं ओईएम से काफी ऑर्डर मिल रहे है ं। तकनीकी विशेषज्ञो ं का सुझाव है कि यदि कोई क ंपनी 0.4 मिमी प्लस मोटाई वाले रिकॉन फेस विनियर का उपयोग करती है, तो इस उत्पाद की गुणवत्ता हाडवुड फेस विनियर वाली प्लाई जितनी ही अच्छी होगी।

पुणे स्थित ओईएम का कहना है कि आयातित 16 मिमी प्लाइवुड और बर्च प्लाइवुड की काफी ऊंची कीमतों ने घरेलू प्लाइवुड ब्रांड को जगह दी है जो कि सस्ती कीमत पर रिकॉन फेस विनियर वाली अच्छी गुणवत्तापूर्ण उत्पाद के रूप में उपलब्ध हैं। वे इस सेगमेंट में वर्तमान पेशकश की गुणवत्ता से संतुष्ट हैं।

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