क्या एमडीएफ के चलते बढ़ रहा है ऑर्गनाइज्ड वर्क कल्चर? - प्रगत द्विवेदी

person access_time   0 Min Read 17 February 2022

भारतीय वुड पैनल सैगमेंट में ऑर्गनाइज्ड वर्क कल्चर अपनाने में तेजी आ रही है। ऑर्गनाइज्ड प्लेयर्स अब वो सब कर पा रहे हैं जो 5 साल पहले संभव नहीं था। मुझे यह कहने में कोई संकोच नहीं है कि एमडीएफ के लगातार ग्रोथ हासिल करने से व्यापारियों और स्टॉकिस्टों को औपचारिक रूप से काम करने में अच्छा लग रहा है। पिछले दो वर्षों से, बैंकों द्वारा कम ब्याज पर वर्किंग कैपिटल की उपलब्धता प्रदान करने के साथ-साथ एमडीएफ स्टॉक पर 2-3 फीसदी से ज्यादा प्रॉफिट मार्जिन सुनिश्चित करने की पेशकश से व्यापारियों को ‘एक सेट अर्निंग’ हासिल करने में सफलता मिली हैं।

एमडीएफ में आपूर्ति की कमी ने डीलरों को फायदा पहुंचाया इसलिए अब वे ‘आसानी से एक निश्चित आय’ मिलने से काफी खुश हैं। यह उनके लिए नया अनुभव है। इससे न केवल बड़े वितरकों को फायदा हुआ बल्कि अब वे अच्छे ब्रांडों के साथ जुड़ने का फायदा भी महसूस कर रहे है। इस प्रकार का चलन आम तौर पर एफएमसीजी सेक्टर में देखा जाता है, यही कारणहै कि वुड पैनल सेक्टर के सभी ब्रांडों में अब एक बदलाव दिख रहा है। इसपर उद्योग और स्टॉकिस्ट सभी को ध्यान देना चाहिए।

हाल के औद्योगिक प्रदर्शन में, भारत के अग्रणी ब्रांड, सेंचुरी प्लाई ने सभी मोर्चों पर बहुत अच्छा प्रदर्शन किया है जैसा कि उनके तीसरी तिमाही के परिणामों में भी परिलक्षित होता है। यह विशेष रूप से ऐसे समय में ज्यादा ध्यान देने वाली बात है जब वुड पैनल सेगमेंट में काम करने वाले अधिकांश फर्म कमजोर मांग, और कच्चे माल की परेशानियों के चलते अनिश्चितता के माहौल में है।

सेंचुरी प्लाइवुड का ग्रोथ एक ऐसा उदाहरण है जो सही योजना, मार्केटिंग के साथ रणनीतिक रूप से सही कदम उठाए जाने की जरूरत की ओर इशारा करता है। कंपनी लगभग हर प्रोडक्ट कैटेगरी में रियलाइजेशन में काफी तेजी से आगे बढ़ी है। विशेष रूप से प्लाईवुड में बिक्री में तेजी आई है। यदि मैं उद्योग में और यहां तक कि पीयर ग्रुप में अन्य लोगों के साथ तुलना करूँ तो इसका उल्लेख करना बहुत जरूरी है।

एसएमई के सामने दिक्कत मुख्य रूप से पूंजी और उनके कार्य प्रणाली में क्लियरिटी का नहीं होना है, दुर्भाग्य से वे शायद ही कभी क्लियरिटी के बारे में बात करते हैं। लड़ाई मुश्किल भरी है फिर भी बहादुरी से काम करने और सोच की स्पष्टता रखने वाले के लिए काफी संभावनाएं हैं। बड़े वॉल्यूम वाले प्लांट, प्री-फिनिश्ड प्रोडक्ट, स्ट्रॉन्ग चैनल नेटवर्क और ब्रांड की गुडविल हासिल करने में ही भविष्य निहित है। सभी के पास ये सब कुछ नहींहो सकता है फिर भी संयुक्त उद्यम और दूसरों से गठजोड़ कर, नई संभावनाओं का पता लगाया जा सकता है।

प्लाई रिपोर्टर, न्यूज के माध्यम से इस प्रकार का सहयोग देता रहेगा जो उद्योग के काम आए और सही दिशा में बढ़ने के लिए प्रेरित करे।

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