ग्रीनपैनल इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने 30 जून 2022 को समाप्त तिमाही में 464 करोड़ रुपये के कंसॉलिडेटेड रेवेन्यु कलेक्शन की सूचना दी है, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि में 308.32 करोड़ रुपये थी। अन्य आय पिछले वर्ष की पहली तिमाही में 68 लाख रुपये की तुलना में इस वर्ष 7.24 करोड़ रुपये थी। कंपनी का एमडीएफ से प्राप्त राजस्व पिछले साल के 263 करोड़ रुपये से बढ़कर 393 करोड़ रहा, जबकि प्लाइवुड का राजस्व बढ़कर पिछले साल के पहली तिमाही के 45.33 करोड़ रुपये से बढ़ कर 70.90 करोड़ रुपये हो गया। इसके साथ-साथ इस साल पहली तिमाही में कंपनी का कुल खर्च 353.33 करोड़रुपये तक पहुंच गया है, जो पिछले साल 267.65 करोड़ रुपये था। कंपनी ने पहली तिमाही का शुद्ध लाभ 77.6 करोड़ रुपयेm दर्ज की, जो कि पिछले वर्ष 29.74 करोड़ रुपये थी। कंपनी का पिछले वित्तीय वर्ष में टोटल नेट प्रॉफिट 240.46 करोड़ रुपये दर्ज किया गया था।
ग्रीनपैनल इंडस्ट्रीज लिमिटेड के एमडी और सीईओ श्री शोभन मित्तल ने कंपनी के ओवरव्यू में कहा कि एमडीएफ का सेल्स वॉल्यूम में सालाना 10.90 फीसदी की वृद्धि हुई; ऑपरेटिंग मार्जिन 800 बेसिस पॉइंट पर सुधरकर 33.30 फीसदी हो गया। प्लाइवुड की बिक्री में सालाना 43.4 फीसदी की वृद्धि हुई; कीमत में सुधार के कारण ऑपरेटिंग मार्जिन 50 बेसिस पॉइंट से बढ़कर 11.50 फीसदी हो गया। सुपीरियर प्रोडक्ट मिक्स, कीमतों में सुधार, कॉस्ट ऑप्टिमाइजेशन और ऑपरेशनल लिवरेज के कारण कंसॉलिडेटेड ऑपरेटिंग मार्जिन 688 बेसिसपॉइंट बढ़कर 30.0 फीसदी हो गया।
इसके अलावा, कंपनी का इस दौरान नेट डेब्ट 77 करोड़ रुपये कम होकर 30 जून 2022 को (-) 17 करोड़ रुपये था। उनका ध्यान डिस्ट्रिब्युशान का दायरा बढ़ाने पर है और छोटे शहरों पर ध्यान केंद्रित करने पर है, जहाँ से वॉल्यूम की निरंतर मांग आ रही है। उन्होंने कहा कि इसके साथ हम आने वाली तिमाहियों में सतत विकास के प्रति आशान्वित हैं।
कंपनी के स्टडी के अनुसार भारत में, एमडीएफ अब सभी क्षेत्र के बाजारों में प्रवेश कर चूका है और कंज्यूमर डिमांड के साथ-साथ उत्पादन क्षमता भी तेजी से बढ़ रही है। 2010 में 0.15 मिलियन सीबीएम से उत्पादन क्षमता बढ़कर 2022 में 2.30 मिलियन सीबीएम हो गई है। इसके अलावा, 2021-2026 की काल अवधि में 20-25 फीसदी की सीएजीआर से इसके बढ़नेकी उम्मीद है।