जब फिनिश्ड प्रोडक्ट की कीमतें बढ़ाने की जरूरत होती है तो फैक्ट्री के मालिक ‘बाजार में नई कीमतें स्वीकार नहीं किये जाने‘ की बात करते हंै। दूसरी तरफ कच्चे माल की कीमतें बढ़ रही है, तब भी मैन्युफैक्चरर्स कुछ कहने और इसे पास ऑन करने में असमर्थता महसूस करते...
Friday, 22 January 2021,
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