मार्च 2025 को समाप्त तिमाही में ग्रीनप्लाई इंडस्ट्रीज का शुद्ध लाभ 41.91 प्रतिशत घटकर 16.48 करोड़ रुपये रह गया, जबकि मार्च 2024 को समाप्त पिछली तिमाही के दौरान यह 28.37 करोड़ रुपये था।
ग्रीनप्लाई ने पीवीसी/डब्ल्यूपीसी डोर, फ्रेम और बोर्ड के लिए अपने वडोदरा (गुजरात) में एक नई विनिर्माण इकाई लगाने का निर्णय लिया है। पीवीसी/डब्ल्यूपीसी बोर्ड बनाने के लिए यह कंपनी का पहला संयंत्र होगा। नए प्लांट की प्रस्तावित क्षमता 9.18 मिलियन किलोग्राम प्रति वर्ष होगी।
इस क्षमता में वित्त वर्ष 26 की चैथी तिमाही तक होने की उम्मीद है। प्रबंधन को इस संयंत्र के लिए 360 मिलियन रुपये का पूंजीगत व्यय करने की उम्मीद है, जिसे आंतरिक स्रोतों/ इक्विटी और बैंक उधार के माध्यम से वित्तपोषित किया जाएगा। नए सेक्टर में प्रवेश करने का उद्देश्य पीवीसी/डब्ल्यूपीसी डोर, फ्रेम और बोर्ड जैसे मूल्यवर्धित उत्पादों की बढ़ती मांग को पूरा करना है।
रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी ने मार्च 2025 को समाप्त तिमाही में बिक्री में 8.17 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है, जो 648.77 करोड़ रुपये है, जबकि मार्च 2024 को समाप्त पिछली तिमाही के दौरान यह 599.79 करोड़ रुपये थी। मार्च 2025 को समाप्त तिमाही में ग्रीनप्लाई इंडस्ट्रीज का शुद्ध लाभ 41.91 प्रतिशत घटकर 16.48 करोड़ रुपये रह गया, जबकि मार्च 2024 को समाप्त पिछली तिमाही के दौरान यह 28.37 करोड़ रुपये था।
पूरे वर्ष के लिए, मार्च 2025 को समाप्त वर्ष में शुद्ध लाभ 30.97 प्रतिशत बढ़कर 91.63 करोड़ रुपये हो गया, जबकि मार्च 2024 को समाप्त पिछले वर्ष के दौरान यह 69.96 करोड़ रुपये था। मार्च 2025 को समाप्त वर्ष में बिक्री 14.11% बढ़कर 2487.58 करोड़ रुपये हो गई, जबकि मार्च 2024 को समाप्त पिछले वर्ष के दौरान यह 2179.92 करोड़ रुपये थी।
इसके अलावा, कंपनी ने विनिवेश को मंजूरी दे दी है। अपनी सहयोगी इकाई - ग्रीनप्लाई मिडिल ईस्ट में कंपनी की हिस्सेदारी 49% से घटकर 19% रह जाएगी। कंपनी का राजस्व 1.92 बिलियन रुपये रहा, जबकि कंपनी के वित्तीय योगदान में कोई योगदान नहीं था। यह समझौता 01 अगस्त, 2025 तक पूरा होने की उम्मीद है, जबकि बिक्री से ~USD 492k की राशि मिलने की उम्मीद है।
[यह आर्टिकल प्लाई रिपोर्टर के जून 2025 प्रिंट संस्करण में प्रकाशित हुआ है]