शिरडी के पंतनगर यूनिट में प्लाइवुड उत्पादन शुरू

person access_time   3 Min Read 27 March 2018

दिसम्बर 2017 में न्यायालय द्वारा अनुमोदित एक प्रस्ताव के अनुसार पूरी देयता के निपटारे के बाद, शिरडी इंडस्ट्रीज लिमिटेड एक बार फिर वुड पैनल उत्पादन क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए आक्रामक और आत्मविश्वास से भरा है। कंपनी का मानना है कि अब उनके मैन्यूफैक्चरिंग प्लांट में सहज काम काज होगा और वे अब आगे बढ़ते कारोबार पर ध्यान केंद्रित करेंगे। कंपनी अपने पंतनगर संयंत्र में नई प्लाइवुड बनाने की इकाई की स्थापना करके 2018 में वुड पैनल उत्पादों की अपनी उत्पादन क्षमता का विस्तार कर रही है। कंपनी ने 6 प्रेस स्थापित किया है और प्लाइवुड बनाने के लिए 3 प्रेस का उपयोग होगा, बाकि फेस और मैट प्लाई के लिए हॉट प्रेसिंग और कोल्ड प्रेसिंग के लिए किया जाएगा। कंपनी अप्रैल 2018 से प्रति दिन 3000 से ज्यादा पीस प्लाई उत्पादन करने की उम्मीद कर रही हैं और उनकी एमआर, बीडब्ल्यूआर, बीडब्ल्यूपी प्लाई, फ्लश डोर, डिजाइनर डोर, प्री लैमिनेटेड प्लाई और लैमिनेटेड प्लाई बनाने की योजना हैं। शिरडी द्वारा उत्पादित प्लाई के पूरे रेंज को कैलिब्रेट किया जाएगा।

प्लाई रिपोर्टर से बात करते हुए कंपनी के निदेशक श्री सर्वेश अग्रवाल ने बताया कि हमारी रुड़की प्लाइवुड प्लांट 2013 के बाद संचालन में नहीं था और हमने पूरे संयंत्र को डिस्पोज करने की योजना है। हमने पंतनगर में ही नई फैसिलिटी स्थापित किया है। नई प्लाइवुड प्लांट की स्थापना और रुड़की में प्लांट को दोबारा काम नहीं शुरू करने का फैसला कई तकनीकी कारणों पर आधारित था ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि शिरडी द्वारा निर्मित प्लाइवुड की गुणवत्ता न केवल सर्वोत्तम है बल्कि बड़ी उत्पादन क्षमता के बावजूद कंसिस्टेंट भी है।

पंतनगर में उत्पादित अपने प्लाइवुड की विशेषता पर विस्तार से बताते हुए उन्होंने कहा कि अच्छी गुणवत्ता वाले प्लाइवुड बनाने के लिए अच्छी गुणवत्ता वाले कोर, फेस और सही रेजिन की आवश्यकता होती है। प्लाइवुड की अच्छी गुणवत्ता के उत्पादन में खराब गुणवत्ता या इन्कन्सीस्टेन्ट उत्पादन षिरडी के पंतनगर यूनिट में प्लाइवुड उत्पादन षुरू को रोकने के लिए उन्हें प्रक्रिया मापदंडों और इसके फ्लो को ठीक करना भी आवश्यक है। अत्यधिक श्रमिक उन्मुख संचालन के कारण प्लाइवुड बनाने में मानकों और प्रक्रिया प्रवाह में स्थिरता प्राप्त करना सबसे कठिन चुनौती है। अच्छे मशीनों और कच्चा मॉल सबसे अच्छा हो सकता है लेकिन अच्छी गुणवत्ता हासिल करने के लिए प्रक्रिया में कुछ भी अनुचित सहन नहीं किया जा सकता है।

उन्होने बताया कि शिरडी द्वारा निर्मित प्लाइवुड सबसे अच्छी गुणवत्ता पूर्ण है, और यह सुनिश्चित करने के लिए कड़े कदम उठाए जाएंगे जैसे कोर विनियर कंपनी द्वारा खुद पीलिंग कर तैयार किया जाएगा जिसके लिए कंपनी ने वन विभाग से लाइसेंस प्राप्त कर लिया गया है। कोई फाॅली उपयोग नहीं किया जाएगा। कंपनी द्वारा उत्पादित कोर, मोटाई में वेरिएशन को रोकने के लिए कैलिब्रेटेड किया जाएगा। सभी कोर को पहले कैलिब्रेट कर 8X4 आकार के मैट में बदला जाएगा। कोई ढीला कोर इस्तेमाल नहीं किया जाएगा। हमने रजिन तैयार करने के लिए अत्यधिक अनुभवी व्यक्तियों को नियुक्त किया है। प्रेसिंग 3 चरणों में किया जाएगा। मैट प्लाई बनाने के लिए कोल्ड प्रेसिंग, हॉट फेसिंग (फेस के बिना), फेस के साथ मैट प्लाई की प्रेसिंग, पूरे उत्पादन के सैंडिंग के दो चरण होंगे (पहला मैट प्लाई के लिए उसके बाद फेस के साथ प्लाइवुड के लिए), प्लाइवुड की फिनिशिंग ऑपरेशन मैट प्लाई और फेस प्लाई दोनों पर किया जाएगा। हम बेहतरीन गुणवत्ता वाले फेस का उपयोग करेंगे और यूनिफार्म थिकनेस के लिए हाई क्वालिटी सैंडिंग मशीन का इस्तेमाल किया जाएगा। इन सब के बाद हम मानते हैं कि खराब गुणवत्ता वाले प्लाइवुड के उत्पादन के लिए कोई जगह ही नहीं बचता है।

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