हाउसबोट बनाने में प्लाई की जगह अब फाइबर सीमेंट बोर्ड का उपयोग

person access_time   5 Min Read 19 February 2019

प्लाइवुड उत्पादों को अब विभिन्न तरह की वैकल्पिक सामग्रियों से बड़ी चुनौती मिल रही है। किफायती सेगमेंट में शामिल एमडीएफ, पार्टिकल बोर्ड्स, एल्यूमीनियम पार्टिशन पैनल आदि के क्षेत्र में जबरदस्त प्रतियोगिता देखी जाती है, वहीं प्रीमियम सेगमेंट में डब्ल्यूपीसी, फाइबर सीमेंट बोर्ड्स, स्टील आदि अब तेजी के साथ प्लाइवुड के विकल्प के रूप में सामने आने लगे हैं।

प्लाइवुड एप्लिकेशंस के क्षेत्र में अब धीरे-धीरे नई वैकल्पिक सामग्री प्रवेश करने लगी है, जहां इनमें से कुछ पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। बोट (नाव) मेकिंग इंडस्ट्री लंबे समय से उच्च गुणवत्ता वाले मरीन ग्रेड प्लाइवुड का उपयोग करता आया है लेकिन बदलते समय में यह इंडस्ट्री भी अब मरीन ग्रेड प्लाइवुड के स्थान पर फाइबर सीमेंट बोर्ड का उपयोग करने की कोशिश कर रहा है। केरल की कुछ हालिया रिपोर्टों में पाया गया है कि हाउसबोट निर्माता अब कुछ क्षेत्रों में प्लाई के स्थान पर फाइबर सीमेंट बोर्ड का उपयोग कर रहे हैं। हाउसबोट्स के एक मालिक का कहना है कि शुरू में, हम हाउसबोट में सीमेंट बोर्ड के उपयोग से आशंकित थे, लेकिन यह सफल साबित हुआ है और अब, केरल में कई नावें ऐसी हैं जो फाइबर सीमेंट बोर्ड का उपयोग करती हैं।

एक अन्य नाव के मालिक का कहना है कि अधिकांश नाव निर्माता प्लाइवुड का उपयोग करते हैं, लेकिन प्लाइवुड की गुणवत्ता लगातार घटती जा रही है और इसलिये वे अन्य तरह के विकल्पों की तलाश को मजबूर हैं। वास्तविक वॉटर प्रुफ वाली सामग्री उपलब्ध नहीं है या अगर यह उपलब्ध है भी तो किसी विश्वसनीय ब्रांड की है, जिसकी कीमतें बहुत अधिक हैं, इसलिए हम वैकल्पिक सामग्री की तलाश में हैं। एल्लेप्पी, केरल के एक अन्य हाउसबोट के मालिक के अनुसार, ‘प्लाइवुड दिन-प्रतिदिन महंगा हो रहा है, जबकि फाइबर सीमेंट बोर्ड प्लाइवुड की तुलना में किफायती हैं, और यह अग्निरोधी और जलरोधी भी हैं।

उल्लेखनीय है कि केरल के एलेप्पी व अलापुझा आदि क्षेत्रों में हाउसबोट एक महत्वपूर्ण पर्यटन व्यवसाय हैं, जहां 1500 से अधिक बड़े, मध्यम और छोटे हाउसबोटों का संचालन किया जा रहा है। 200 से अधिक छोटी और बड़ी कंपनियां हाउसबोट्स बिल्डिंग में लगी हुई हैं, जो मरम्मत, नवीनीकरण और नई नाव बनाने के लिए बड़ी मात्रा में प्लाइवुड का उपयोग करती हैं।

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