कोविड की दूसरी लहर बहुत घातक है। यह एक रहस्य की तरह लगता है, क्योकि जब भारत पूरी सकारात्मकता के साथ आगे बढ़ रहा था, ठीक उसी समय यह चुपचाप काफी घातक तरीके से सामने आया। इस बार इसने हमसे बहुत कुछ छीन लिया है। लेकिन, हम भारतीय मानसिक रूप से मजबूत और किसी समस्या का डट कर मुकाबला करने की क्षमता से भरपूर हैं इसलिए हम मुश्किलों को पार कर जातें हैं।
हममें से अधिकांश अपनी मानसिकता मे बदलाव कर रहें हैं, और फिर से वापसी करने के लिए ताकत जुटा रहे हैं। कामगाार अपने होम टाऊन में हैं, फिर भी उनमें से आधे अभी भी कारखानों या सइटों पर काम कर रहे हैं। इसके बावजूद, कोविड की दूसरी लहर ने काफी डर पैदा किया हैं। लेकिन, इस कठिन समय में भी व्यापारियों, डीलरों और स्टाफ मेम्बर्स में व्यापार करने का साहस स्पष्ट दिख रहा है। कोविड फैलने के बावजूद लोग काम कर रहे हैं। पेमेंट धीमा है, लेकिन आ रहा है। अपनों को खोने के बावजूद लोग कामकी बात कर रहे हैं।
मुझे उम्मीद है, कि 7 जून के बाद हालात सुधरेंगे, बाजार सीमित समय के साथ खुलने शुरू हो जाएँगे। सरकारें आने वाले दिनों में सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए बाजार को आंशिक रूप से खोंलने की अनुमति दे सकती हैं। मुझे पूरा विश्वास है, कि वुड पैनल बिजनेस और ट्रेड अपनी पूरी क्षमता, लगन और मानसिक शक्ति के साथ वापसी करने का प्रयास करेगा। मई महीने में जो भी मैन्युफैक्चिरिंग कर रहे हैं, उनका वाॅल्यूम औसतन 25 फीसदी रहने का अनुमान हैं।
वुड पैनल के बेयरहाउस कोविड लाॅकडाउन के दौरान भी 30 अप्रैल तक थोड़ा बहुत डिस्पैच करते रहे। कोविड के चलते उदासी और लाॅकडाउन जैसे चुनौतीपूर्ण समय मे यदि गौर से देखें तो जिनका भी थोडा बहुत काम चल रहा है, उनके कर्मचारियों की मानसिकता आशाजनक बनी हुई है। यह स्पष्ट रूप से दिख रहा है कि बाजार दूसरी तिमाही के बाद आशाजनक दिखना शुरू हो जाएगा और प्लाइवुड, लेमिनेट तथा वुडपैनल फैक्ट्रियों में आॅडर आने लगेंगे, क्योकि बाजार मे कोई स्टाॅक बिलकुल भी नहीं है। पेमेंट मिलना मुश्किल है, और हम सब को मांगना भी मुश्किल लगता है, लेकिन, जैसा कि बात करने से पता चलता है, कई पार्टियां पेमेंट करके अपने फैक्ट्रियों/सप्लायर्स का सहयोग कर रही हैं, यह काफी सुखद और सराहनीय है। इस बार के हालात वास्तव में इन्डस्ट्री में एक बडे बदलाव की ओर इशारा कर रहा हैं, जो पेमेंट साईकिल को लेकर है।
जून तक डिस्पैच और कलेक्शन में निश्चित रूप से तेजी आएगी और जब निराशा के बादलछंट जाएंगे, तो रिकवरी के समाचार आने लगेंगे। वुड पैनल इंडस्ट्री में फिर से कुछ महीनों के लिए तेजी देखने को मिलेगी, क्यांेकि बाजार में स्टाॅक नहीं है। ऐसे में, एक बार फिर, वैसी पार्टियां जिनकी प्रतिष्ठा और पेमेंट का गुडविल है, वे डिविडेंड पाने के हकदार होंगे।
कोविड के पहले दौर में पेमेंट देकर मेटेरियल लेने का काॅन्सेप्ट आया, और दूसरे दौर में ‘‘कैश एण्ड कैरी’’ की अवधाराणा मजबूत होती दिख रही है। अधिकांश बड़े मैन्युफैक्चरर्स ‘‘पेमेंट करने वालों को डिस्पैच’’ के साथ आगे बढ़ रहे है या उनके साथ ज्यादा व्यापार करना चाहते हैं, जो इस कठिन समय में पेमेंट करके सहयोग किया है। कोविड 2.0 के दौर में हमारे वुड पैनल डेकोरेटिव इंडस्ट्री निश्चत रूप से पेमेंट में अच्छे कल्चर के साथ मजबूत हो रही है।
जून तक डिस्पैच और कलेक्शन में निश्चित रूप से तेजी आएगी और जब निराशा के बादल छंट जाएंगे, तो रिकवरी के समाचार आने लगेंगे। वुड पैनल इंडस्ट्री में फिर से कुछ महीनों के लिए तेजी देखने को मिलेगी, क्यांेकि बाजार में स्टाॅक नहीं है। ऐसे में, एक बार फिर, वैसी पार्टियां जिनकी प्रतिष्ठा और पेमेंट का गुडविल है, वे डिविडेंड पाने के हकदार होंगे। मई के अंतिम सप्ताह तक, कई बाजार में डिस्पैच शुरू हो जाएगा। और जून के अंत तक या जूलाई से रिकवरी की उम्मीद हैं।
वित वर्ष 2020-21 की पहली दो तिमाही बहुत चुनौतिपूर्ण थी, फिर अक्टूबर से सुधार होना शुरू हुआ और कोविड की दूसरी लहर आने तक चीजें आकार लेती दिखीं। इस बार रिकवरी तेज होगी, लेकिन इसकी गति बनी रहेगी या नहीं इसका अनुमान तभी लगाया जा सकता है, जब हम सभी का टीकाकरण हो जाएगा, हम भीड से बचे रहेंगे और महामारी फैलने पर रोक लगाए रखेंगे।
आईए कोविड की बुराई को हटाएं और इसे दफनाएं ताकि तीसरी हलर पैदा न हो। दवंगत आत्माओं की शांति के लिए प्रार्थना। दूसरों की मदद के लिए खडे रहने वाले सभी लोगों को सम्मान और शुभकामनाएँ।