डीजीटीआर ने अपनी सनसेट रिवियु में चीन से मेलामाइन के आयात पर एंटी डंपिंग ड्यूटी को 331 अमेरिकी डालर से घटाकर 161 अमेरिकी डालर करने की सिफारिश की है। इलमा के कानूनी सलाहकार श्री आर के व्यास ने प्लाई रिपोर्टर को बताया कि डीजीटीआर ने जांच में कुछ सकारात्मक कदम उठाए हैं, जैसे पारदर्शिता बढ़ाना और शुल्क कम करना इत्यादि। सामान्य कीमतों (एक बेंचमार्क जिसके खिलाफ निर्यात की कीमतों का आकलन किया जाता है) का खुलासा किया गया है और शुल्क कम कर दिया गया है।
हालांकि, प्रस्तावित शुल्क छोटे और मध्यम स्तर के उद्यमों जो उत्पाद के उपयोगकर्ता हैं उन पर प्रतिकूल प्रभाव डालेगा। यह भी अजीब बात है कि एक घरेलू उद्योग जो क्षति उठाने का दावा करता है उसने अपनी क्षमता में 3.5 गुना की वृद्धि की है। उन्होंने आगे कहा कि इस तरह का अभ्यास केवल घरेलू उद्योग के एकाधिकारवादी व्यवहार को बढ़ावा देगा और प्रोत्साहित करेगा।
ज्ञातव्य है कि डीजीटीआर ने गुजरात स्टेट फर्टिलाइजर्स एंड केमिकल्स लिमिटेड की एक शिकायत के आधार पर सितंबर 2020 में चीन से मेलामाइन के आयात पर एंटी डंपिंग जांच की सनसेट रिवियु शुरू की थी। इस उत्पाद पर पहली बार एंटी डंपिंग ड्यूटी 2004 में लगाई गई थी और कई समीक्षाओं के बाद इसे बढ़ा दिया गया था।
डीजीटीआर ने उस समय कहा था कि अच्छी मात्रा में आयात, कम उत्पादन, क्षमता उपयोग, बिक्री और बाजार हिस्सेदारी और सकारात्मक और सिग्नीफिकेंट प्राइस अंडर कटिंग और प्राइस अंडर सेलिंग के कारण प्रथम दृष्ट्या घरेलू उद्योग को क्षति पहुंचने का सबूत मिलता है। इससे घाटा और नियोजित पूंजी पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता था। समीक्षा के बाद वित्त मंत्रालय ने चीन से निर्यात किए जाने वाले मेलामाइन पर एंटी डंपिंग ड्यूटी को 31 मार्च, 2021 तक बढ़ा दिया था।
मेलामाइन का उपयोग मेलामाइन फॉर्मल्डिहाइड रेजिन बनाने के लिए किया जाता है, जिसका उपयोग मुख्य रूप से लेमिनेट, प्लाइवुड, एमडीएफ, पार्टिकल बोर्ड आदि के उत्पादन में किया जाता है। मेलामाइन फॉर्मल्डिहाइड रेजिन का उपयोग उत्पाद में अच्छी कठोरता, स्क्रैच और स्टेन तथा वाटर और हीट रेजिस्टेंस बनाने के लिए किया जाता है।