भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) ने अर्थव्यवस्था को गति देने व पूरे राज्य और जिले के सीमावर्ती इलाके में सप्लाई चेन के सुचारु रूप से संचालन के लिए कन्टेनमेंट जोन पर अनिश्चितता को समाप्त कर इसको छोटे इलाके में रखने की मांग की है।
कई राज्य जैसे, बिहार, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, कर्नाटक, असम आदि के शहरी और प्रभावित इलाको में फिर से जुलाई के अंत लॉक डाउन लगाने के कारण इन राज्यों में व्यापारिक गतिविधियां प्रभावित हुई है। जिसका असर मेटेरियल की सप्लाई, पैसे की आवक और मांग पर देखी जा रही है।
सीआईआई के डायरेक्टर जनरल श्री चरणजीत बनर्जी ने कहा है कि अर्थव्यवस्था में सुधार के संकेत मिल रहे है और इसे गति देने की जरूरत है, इसके लिए छोटे लॉकडाउन ही लगाया जाना चाहिए, क्यांेकिं अनिश्चितता व् सप्लाय चेन में दिक्क्तों के कारण कॉर्पोरेट सेक्टर अपना प्लानिंग कुछ सप्ताह से आगे का नहीं कर पा रहे हैं, जिसके चलते उनके काम काज की गति धीमी है।
उन्होंने आगे कहा कि बड़ी संख्या में रोजगार देने वाले कंस्ट्रक्शन सेक्टर में सुधार हो रहा है और ज्यादातर साइटों पर काम शुरू हो चुका है। हालाँकि रिएल एस्टेट के कमर्शियल सेगमेंट में लीज रुकी हुई है और नए लीज साइन नहीं हो रहे है।
कई सेक्टर में रिकवरी अच्छी है जैसे आईटी सेक्टर में 5 फीसदी के दर से विकास करने की उम्मीद है। हेल्थ सेक्टर का विकास दर सामान्य तथा बदली परिस्थिति में डिजिटल सेवाओं की गति में तेजी आने की उम्मीद है।
