पिडिलाइट इंडस्ट्रीज का 2020 की दूसरी तिमाही में समेकित शुद्ध लाभ में 9.7 फीसदी की वृद्धि हुई है जो पिछले साल के सामान अवधि के 325 करोड़ रुपये से बढ़कर 356.44 करोड़ रुपये हो गई। कुल शुद्ध बिक्री 1,880 करोड़ रुपये रही, जो पिछले साल की दूसरी तिमाही में 1,806 करोड़ रुपये से 4 फीसदी ज्यादा है। कर आदायगी से पहले (पीबीटी) लाभ 478 करोड़ रुपये था, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि में 354 करोड़ रुपये से 35 फीसदी अधिक था।
पिडिलाइट ने कहा कि उपभोक्ता और मार्केट सेगमेंट ज्यादातर जगहों में कोविड के पहले वाले स्तर पर पहुंचकर ग्रोथ कर रहे है। कंस्ट्रक्शन, केमिकल और डीआईवाई उत्पादों में ग्रोथ अच्छा रहा। इस अग्रणी फेविकोल निर्माता ने आगे कहा कि बी 2 बी सेगमेंट को अभी भी दिक्क्तों का सामना करना पड रहा है, हालांकि इसने दूसरी तिमाही के अंतिम चरण में रिकवरी के संकेत दिए। अंतर्राष्ट्रीयसहायक कंपनियों ने दोहरे अंकों में लगातार वृद्धि की जबकि घरेलू सहायक कंपनियों को चुनौतीपूर्ण व्यापारिक परिस्थितियों का सामना करना पड़ा। हालांकि कंपनी ने कहा कि इस तिमाही के दौरान प्रदर्शन में लगातार सुधार हुआ है। तिमाही प्रदर्शन पर टिप्पणी करते हुए, पिडिलाइट इंडस्ट्रीज के एमडी,
भरत पुरी ने कहा, “इस तिमाही में हरेक महीने में मांग में सुधार हुआ है। ग्रामीण और अर्ध शहरी क्षेत्रों में मजबूत ग्रोथ से उपभोक्ता और बाजार के कारोबार में वृद्धि हुई। बी 2 बी सेगमेंट के साथ-साथ महानगरों में भी, क्रमिक रूप से सुधार है, पर अभी भी कोविड के पहले के स्तर पर नहीं पहुंचा है। हमारी प्रोफिटेबिलिटी इनपुट कॉस्ट के साथ-साथ बढ़िया तरीके से कॉस्ट ऑप्टिमाइजेशन के चलते अच्छी रही। हालांकि हमारा इनपुट कॉस्ट बढ़ रह है, पर लगातार मांग में सुधार के साथ हम ग्रोथ के लिए आशावादी बने हुए हैं। हमारा ध्यान अपने ब्रांड, बिक्री, डिस्ट्रीब्यूशन और उपभोक्ता के लिए जरूरी इनोवेशन के लिए निवेश के माध्यम से लगातार वॉल्यूम ग्रोथकरने पर होगा।